भिण्ड 7/जनवरी/2018
(rubarudesk) @www.rubarunews.com >> अवैध शराब के कारोबार को रोकने के लिए जहां
शासन-प्रशासन स्तर पर कड़े नियम बनाते हुए इसमें लिप्त आपराधियों पर शिकंजा कसने
के नियम बनाए गए हैं। वहीं जिला पुलिस बल द्वारा खुलेआम आबकारी टीम पर हमला करने
वाले शराब तस्करों से मिली भगत कर उन्हें संरक्षण दिया जा रहा है। ऐसा एक मामला
शहर के मुडिय़ा खेरा गांव के पास सामने आया। जहां चैकिंग कर रही आबकारी विभाग की
टीम पर शनिवार रात शराब माफिया द्वारा हमला कर दिया गया। इस दौरान वाहन समेत पकड़े
गए एक आरोपी को पुलिस द्वारा छोड़े जाने की बात सामने आई है।
ज्ञात हो कि शनिवार रात 8 बजे के करीब आबकारी निरीक्षक नीरज
त्रिवेदी शराब तस्करी की सूचना पर अपनी टीम के साथ मुडिय़ा खेरा गांव मोड़ पर
चौकिंग प्वाइंट लगाने पहुंचे। यहां जब आबकारी विभाग की टीम सर्चिंग कर रही थी, तभी तीन वाहनों में सवार होकर आए
असमाजिक तत्वों ने उन पर हमला बोल दिया। हथियार व डंडों से लैस शराब तस्करों ने
आबकारी निरीक्षक सहित आरक्षक व ड्रायवर पर वार करना शुरु कर दिया। अचानक हुए इस
हमले में आबकारी आरक्षक उपेन्द्र सिंह चौहान, सिरोमण
सिंह, हरिओम शर्मा सहित चालक मुन्नेस यादव
बुरी तरह घायल हो गए। आबकारी निरीक्षक नीरज त्रिवेदी ने बताया कि हमला करने वाले
सभी आरोपी ग्वालियर ड्रिस्टलरी फैक्ट्री से संबंध रखने वाले थे, जिनके द्वारा इलाके में शराब का अवैध
कारोबार किया जाता है। मुडिय़ा खेरा गांव में संचालित इस शराब फैक्ट्री से हो रहे
इस काले कारोबार को रोकने के लिए पहुंचने पर आरोपियों ने एक राय होकर हमला किया
गया।
पकड़ में आया 1 आरोपी:
घायलों ने बताऐ हमलावरों के नाम:
शराब माफिया द्वारा किए गए इस हमले में आबकारी
टीम के 4 सदस्य घायल हो गए। जिन्होने बताया कि
ग्वालियर ड्रिस्टलरी फैक्ट्री संचालक परिवार के सदस्य मनीष यादव, मोनू यादव सहित भानू यादव, राजेन्द्र यादव व 20-25 अज्ञात आरोपियों द्वारा उन पर हमला
किया गया था। जिसके बारे में उन्होने पूरी जानकारी सिटी कोतवाली पुलिस को दी थी।
लेकिन इसके बाद भी मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
संदिग्ध रही पुलिस भूमिका:
श्री त्रिवेदी ने कहा कि इस पूरे मामले में
पुलिस की भूमिका संदिग्ध रही है। पुलिस थाने में पकड़े गए युवक को पुलिस के
सुपुर्द कर दिया, जिसके बाद सीएसपी वीरेन्द्र सिंह तोमर
सिटी कोतवाली पहुंचे। जहां कुछ देर बातचीत के बाद मोनू यादव को छोड़ दिया गया।
उन्होने कहा कि इस हमले की जानकारी उनके द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों सहित जिला
कलेक्टर को दे दी गई है। लेकिन इसके बाद भी मामले की लीपापोती की जा रही है।
- अवैध
शराब तस्करी की सूचना पर चैकिंग कर रही टीम पर हमला किया गया था। जहां से एक युवक
को गिरफ्तार कर सिटी कोतवाली पुलिस के हवाले किया था। यहां से पुलिस द्वारा उसे
बगैर किसी कार्रवाई के छोडऩे का मामला संदिग्ध है। मामले में वरिष्ठ अधिकारियों को
जानकारी दी जा चुकी है।
नीरज त्रिवेदी, आबकारी निरीक्षक
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