रायपुर 23/जुलाई/2019 (rubarudesk) @www.rubarunews.com>> 19 जुलाई को मुंबई में
ग्रेट प्लेसेस टू वर्क संस्थान द्वारा आयोजित हुए समारोह में अदाणी
इंटरप्राइजेज-माइनिंग को स्माल एंड मिड-साइज़ आर्गेनाईजेशन वर्ग में ‘‘इंडियास ग्रेट
प्लेसेस टू वर्क 2019’’ के खिताब से सम्मानित किया गया। प्रथम
50 संस्थानों की सूची में केवल ऐ.इ.एल
माइनिंग ही एकलौता माइनिंग संस्थान है। अपने कर्मचारयों की प्रतिबद्धता, अनुशाशन एवं निष्ठा
के वजह से अदाणी माइनिंग ने दूसरी बार ये उपलब्धि हासिल की है।
ग्रेट प्लेसेस टू वर्क, एक वैश्विक परामर्श
संस्थान है जिसका उद्देश्य कार्यस्थल को व्यापार के अतिरिक्त कर्मचारियों हेतु
सुयोग्य बनाना भी है। यह संस्थान भारत में प्रति वर्ष करीबन 700 कंपनियों का
निर्धारित मापदंडों पर निरक्षण करती है और वैश्विक मानकों के अनुरूप उनका
मूल्यांकन करती है। और फिर 20 क्षेत्रों के
अंतर्गत 50 कार्यस्थलों की पहचान होती है जो इन
मापदंडों पर खरे उतरते है। अदाणी इंटरप्राइजेज-माइनिंग के अतिरिक्त महिंद्रा
इंटरट्रेड, भारती रियल्टी, जे.एम फाइनेंसियल
मैनेजमेन्ट, एस.ऐ.एस आर एंड डी (इंडिया) को भी इस
खिताब से नवाज़ा गया।
‘‘हमारा उद्देश्य
बेहतर कार्यस्थल बनाना नहीं है अपितु एक ऐसे संस्थान का निर्माण करना है जहाँ पर
कर्मचारियों को कार्य करने में आनंद आए, साथ ही साथ उन्हें
अपने महत्वपूर्ण होने का एवं आदर का आभास हो। कर्मचारयों के साथ मिलाप बढ़ाने के
लिए संस्थानों द्वारा कई तरीके निज़ात किये जाते है परन्तु हमारा लक्ष्य औरों से
भिन्न है। हम ऐसे वातावरण को प्रोत्साहित करते है जहाँ कर्मचरियों को अपनापन महसूस
हो और साथ ही साथ उनका सशक्तिकरण हो।’’ विनय प्रकाश, सी.इ.ओ, अदाणी
इंटरप्राइजेज-माइनिंग। इसके अतिरिक्त उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया की किस
प्रकार 2017 में ग्रेट प्लेसेस टू वर्क द्वारा
मान्यता मिलने पर उन्हें विभिन हितधारकों का विश्वास प्राप्त हुआ। अदाणी माइनिंग
ना केवल अपने कार्य को लेकर प्रतिबद्ध है अपितु समाज़ के समरूपी विकास में यक़ीन
रखते है। अदाणी फाउंडेशन के अंतर्गत अदाणी माइनिंग ने कम विकसित क्षेत्रों जैसे
छत्तीसगढ़ के सरजुगा में बहुरूपी विकास कर, समाज में अपनी
जिम्मेदारी निभाते आ रहे है। फाउंडेशन ने ना केवल बच्चों की उच्च शिक्षा के
स्कूलों का निर्माण किया अपितु एक स्वालम्बी समाज की स्थापना हेतु रोजगार के कई
द्वार खोले। महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई कौशल केंद्रों
खोले गए और साथ ही साथ निरंतर हेल्थ कैंप आयोजित करवा कर एक रोगमुक्त समाज की नींव
रखी जा रही है।
ग्रेट प्लेसेस टू वर्क संस्थान के
स्वामित्व वाले एवं वैश्विक रूप से मान्य उनके मूल्यांकन ढाँचे को कार्यस्थलों के
मूल्यांकन हेतु सुनहरा मापदंड माना जाता है। इस विधि को 58 देशों की 10000 संस्थानों द्वारा
स्वीकार किया गया है। किसी भी संस्थान के लिए ‘‘एम्प्लायर ऑफ चॉइस’’ बनने के लिए यह
उपाधि गुणवत्ता एवं विश्विसनीयता का मानक है। 5 मुख्य आयाम आदर, सौहार्द, पारदर्शिता ,विश्वसनीयता एवं
अभिमान के आधार पर यह विश्लेषण किया जाता है। इसके अतिरिक्त अपने कर्मचारयों के
प्रति व्यवहारिता परख़ने हेतु अन्य 9 मापदंडो पर संस्थान
का परीक्षण होता है। ग्रेट प्लेसेस टू वर्क संस्थान द्वारा इस्तेमाल किये गए इस
ढाँचे को एक अच्छे कार्यस्थल के चुनाव के लिए प्रयोग किया जाता है।
इनका कहना है
‘‘अदाणी ग्रुप के मूल्य भारतीय संस्कृति
के अनुरूप संरेखित है। हम भी एक बड़े और खुशहाल परिवार की तरह संगठित रखने में
विश्वास करते है’’
अमिताभ मिश्रा, प्रमुख एच. आर
अदाणी इंटरप्राइजेज-कोल एवं माइनिंग।
उन्होंने यह भी कहां यह उपाधि उन्हें
और नए एवं ऊँचे मानकों को हासिल करने में और अपने कार्यस्थल को अच्छे से बेहतर
कार्यस्थल बनाने में सहायता करेगी।
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