कोटा09/सितम्बर/2019 (KrishnaKantRathore) @www.rubarunews.com>> महात्मा गाँधी एक ऐसे संत थे जिनका पूरा जीवन मरने के बाद भी अनुकरणीय है | हर व्यक्ति के जीवन का एक अभिन्न अंग है गाँधी की शिक्षाएं और सिद्धांत | महात्मा गाँधी का जीवन सम्पूर्ण समाज, राजनीति, धर्म और आध्यात्मिक क्षेत्र में अनुकरणीय है | व्यक्ति चाहे तो भी अपने जीवन से गाँधी के सिद्धांतों को दूर नहीं कर सकता इसलिए ये अत्यंत आवश्यक है की हमें गाँधी का ज्ञान हो | ये शब्द थे प्रख्यात गाँधी वादी चिन्तक और विचारक डॉ. एस.एन. सुब्बाराव जी के जिन्होंने कोटा में अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान सोसाइटी हैज ईव इंटरनेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर आयोजित की जा रही महात्मा गांधी जी की 150 वीं जन्म जयंती के उपलक्ष्य में ‘महात्मा गाँधी का ज्ञान’ प्रतियोगिता के प्रथम सप्ताह के विजेताओं के परिणाम लोटरी के माध्यम से निकले | प्रतियोगिता की निदेशक डॉ. निधि प्रजापति ने बताया की यह प्रतियोगिता समाज में गाँधी के प्रति फैले दुष्प्रचार को दूर करने और देश के स्वतंत्रता आन्दोलन में उनके योगदान, उनकी शिक्षाएं और आदर्श जन-जन तक फैलने के उद्देश्य से प्रारंभ की गई है और रविवार प्रतियोगिता के प्रेरक डॉ. एस. एन. सुब्बाराव के द्वारा प्रथम सात प्रश्नों के विजेता घोषित किये गए । इस अवसर पर यूनी कल्चर ट्रस्ट ऑफ इंडिया के संरक्षक डॉ. प्रमोद भटनागर और ट्रस्टी गौरव भटनागर उपस्थित रहे | प्रश्न एक से लेकर प्रश्न साथ तक बारां के राज बिलोटिया, करीमनगर के कोंडा रवि यादव, कोटा के नयन प्रकाश गाँधी, जयपुर की महिमा श्रीदेवी शुक्ला, बून्दी के कृष्ण कान्त राठौर, प्रमिला अरोरा और सर्वेश तिवारी विजेता रहे |
डॉ. एस. एन. सुब्बाराव ने विजेताओं को बधाई देते हुए ये भी कहा केवल गूगल करके प्रश्नों के उत्तर न खोजे अपितु प्रश्न से सम्बंधित सभी प्रकार की जानकारी और ज्ञान का भी अध्ययन करे | इससे आने वाली पीढ़ी को विस्तृत और सही ज्ञान प्राप्त होगा |
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