बूंदी, 6/अगस्त/2019 (KrishnaKantRathore) @www.rubarunews.com राजीविका द्वारा गठित महिला स्वयं सहायता समूहो की जिला स्तरीय आजीविका समिति की बैठक में जिलाकलेक्टे्रट सभागार में जिला कलेक्टर रुक्मणि रियार की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में जिला कलेक्टर ने महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से उनकी आय में अभिवृद्वि के लिए आर्थिक गतिविधियों से जुडने का आव्हान किया तथा महिलाओ से विचार विमर्श किया। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस युग में उत्पाद की गुणवत्ता पर बल दिया जाता है। इसलिए महिलाए रूडसेट संस्था, कृषि विज्ञान केन्द्र से अपनी रूची के अनुरूप कोर्स में प्रशिक्षण प्राप्त करें तथा गुणवत्ता वाले उत्पाद तैयार कर उनकी मार्केटिंग केवल गॉव तक सीमित न रखते हुये शहरो में भी करें। अच्छे गुणवत्ता वाले उत्पाद की मार्केटिंग के लिये टीआरआईएफईडी जैसी संस्थाओं के साथ जोडा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पाद को उनकी गुणवत्ता को देखते हुए शहरों में प्राथमिकता दी जाती है। उन्होंने कहा कि महिलाएं आर्थिक गतिविधि से जुडने के लिये जो भी प्रशिक्षण चाहेगी उसके लिये वह लोकेशन ट्रेनिंग की व्यवस्था करवाएंगी तथा मार्केटिंग मे भी पूर्ण सहयोग प्रदान किया जायेगा। उन्होने कहा कि राजीविका समूहों के उत्पादों की मार्केटिंग के लिये जिला कलेक्टर परिसर में भी स्थान उपलब्ध करवाया जा सकता है।
बैठक में जिला विकास प्रबन्धक नाबार्ड ने अपने सम्बोधन में ग्रामीण विकास की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी तथा उन्होने कहा कि समूहो की महिलाऐ व्यक्तिगत गतिविधि पर काम कर सामूहिक रूप उत्पाद का विपणन कर सकती है। समूह की चार-पॉच महिलाये यदि किसी गतिविधि पर कार्य के लिये सामुहिक लोन लेना चाहे तो माईक्रो क्रेडिट प्लान में इसे सम्माहित कर ऋण के लिए बैंक को आवेदन कर सकती है।
उन्होने एग्रीकल्चर मार्केटिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर स्कीम में अनुदान पर भी विस्तार से चर्चा की। उपनिदेशक कृषि रामनिवास पालीवाल ने ÓÓसेन्टर ऑफ एक्सेलन्स फॉर वेजीटेबलÓÓ बून्दी के बारे में विस्तार से बताया तथा इनके माध्यम से पौध तैयार करने में सहयोग लेने तथा लाभान्वित होने का आव्हान किया। पालीवाल ने यह भी बताया यदि कोई लडकी 10 वी कक्षा के बाद कृषि विषय में उच्च शिक्षा प्राप्त करती है तो उसे प्रोत्साहन राशि के रूप में 5 से 10 हजार की सहायता प्रतिवर्ष प्रदान करने का कृषि विभाग में प्रावधान है।
उपनिदेशक आत्मा रमेशचन्द जैन ने उनके द्वारा दिलाए जाने वाली निशुल्क प्रशिक्षण की जानकारी दी। कृषि विज्ञान केन्द्र की वैज्ञानिक डॉ. कमला महाजनी ने अपने सम्बोधन में पोषक आहार पर विस्तार से चर्चा की तथा कृषि विज्ञान केन्द्र मे बकरी पालन के प्रशिक्षण एवं पेकेजिंग पर प्रशिक्षण के लिये महिलाओं को प्रेरित किया। अन्त में जिला प्रबन्धक लक्ष्मी वाघमारे ने सभी आगुन्तको का विशेष रूप से जिला कलेक्टर महोदया का आभार व्यक्त किया।
बैठक में जिला विकास प्रबन्धक नाबार्ड जैनेन्द्र अलोरिया, सयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग के डॉ. प्रकाश कुमार, रूडसेट के निदेशक आर.डी.गुप्ता, जिला परियोजना प्रबन्धक सय्यद इकबाल हुसैन एवं महिला समूहों की 55 महिला सदस्य उपस्थित रही।
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