भिण्ड/मालनपुर28/सितम्बर/2019 (rubarudesk)
@www.rubarunews.com>> आपने शासकीय कार्यों में हेरफेर और
भ्रष्टाचार के मामले सुने होंगे लेकिन एनजीओ के नाम पर चल रही प्राइवेट संस्थाएं
भी घपले बाजी और भ्रष्टाचारी मैं पीछे नहीं है। मामला मालनपुर क्षेत्र में संचालित
कैडबरी मोड़लेज कंपनी से जुड़ा है। कंपनी ने सीएसआर के तहत एप्रो, मेजिक बस, नामक संस्थाओं को औद्योगिक क्षेत्र के
ग्राम मालनपुर, हरीराम का पुरा ,गुरीखा,
लटकन का पुरा, खुमान का पुरा इत्यादि ग्रामों
में स्वच्छ जल ,महिला सशक्तिकरण, कुपोषण,
बालक बालिकाओं की शिक्षा, क्षेत्रीय बेरोजगार
युवाओं को कंप्यूटर प्रशिक्षण देकर रोजगार दिलाने के नाम पर संस्थाओं को करोड़ों
रुपए फंड दिया था लेकिन कंपनी में बैठे भ्रष्ट मैंनेजरोंऔर संस्था के कर्ताधर्ताओं
की मिलीभगत के चलते कंपनी द्वारा दिए हुए फंड का आपस में बंदरबांट कर लिया कंपनी
के पैसे का जमकर दुरुपयोग किया गया धरातल पर देखा जाए तो कुछ भी विकास कार्य नहीं
हुए और ना ही महिला सशक्तिकरण हुआ और नाही बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिला ना ही
बालक बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा मिला और ना ही कुपोषण रुका कुपोषण मिटा है तो
संस्थाओं का और फैक्ट्री मैं बैठे भ्रष्ट मैनेजरो का है।
इनका कहना है
मैं इस संबंध में जिलाधीश को पत्र लिखकर ऐसी
संस्थाओं की शिकायत करूंगा और कार्यवाही करवाऊंगा
-रामनारायण हिंडोलिया, जिला पंचायत अध्यक्ष भिण्ड।
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